नव प्रभात की ओर
दिन भर की थकन के बाद शाम को सूरज भी अलसाया है...
सोने दे उसे अब अम्बर ये जग भी थोड़ा थक आया है
सुबह होगी कल नव तेज में नव उमंग में नव प्रभा में
नाचेंगे विहाग्वृन्द फ़िर नव स्फूर्त में, करके फिर जागरण विश्व का नव दिन में ...
Smile always. coz it keeps u and ur milieu just perfect.
दिन भर की थकन के बाद शाम को सूरज भी अलसाया है...
सोने दे उसे अब अम्बर ये जग भी थोड़ा थक आया है
सुबह होगी कल नव तेज में नव उमंग में नव प्रभा में
नाचेंगे विहाग्वृन्द फ़िर नव स्फूर्त में, करके फिर जागरण विश्व का नव दिन में ...
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